farmers growing cash crops Raj Express
व्यापार

वेदांता की मदद से किसानों की सुधरी दशा, कृषि अधोसंरचना विकास से जीवन में आया बदलाव

देश की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम कंपनी वेदांता ने राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर 23 दिसंबर को देश के किसान समुदाय के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।

Aniruddh pratap singh

हाईलाइट्स

  • 10,000 से अधिक किसानों को कंपनी की योजनाओं से मिला लाभ।

  • ये योजनाएं सतत कृषि विधियों एवं आर्थिक सशक्तिकरण पर केन्द्रित हैं।

  • इनका उद्देश्य नवाचार के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है।

राज एक्सप्रेस। देश की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम कंपनी वेदांता एल्यूमिनियम ने राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर 23 दिसंबर को देश के किसान समुदाय के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। कंपनी अपनी अनेक योजनाओं के माध्यम से कृषक समुदाय को सहयोग दे रही है। इन योजनाओं के माध्यम से किसानों को कृषि की नवीनतम तकनीक का ज्ञान कराया जाता है। वेदांता एल्यूमिनियम के योगदान से अब तक 10,000 से अधिक किसानों को लाभ हुआ है। कंपनी की कृषि योजनाओं से ओडिशा और छत्तीसगढ़ के ग्रामीण समुदायों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आया है।

राष्ट्र की समग्र प्रगति में किसानों की केन्द्रीय भूमिका के मद्देनजर कंपनी कृषि समुदाय के सदस्यों के लिए उपलब्ध बुनियादी सुविधाओं में इज़ाफा कर रही है। इसके लिए ज़मीनी स्तर पर कदम उठाए जा रहे हैं। झारसुगुडा, ओडिशा में जीविका समृद्धि कार्यक्रम तथा कोरबा, छत्तीसगढ़ में मोर जल मोर माटी परियोजना महत्वपूर्ण है। इसके अलावा वेदांता एल्यूमिनियम ने बायोडीज़ल के ट्रायल रन भी संचालित किए हैं, जिनसे किसानों को अतिरिक्त आमदनी मिलेगी, कि यह आम तौर पर फसलों के अवशेष जैविक पदार्थों से निकाला जाता है।

इन पहलों को विचारपूर्वक संयुक्त राष्ट्र सतत लक्ष्यों गरीबी की समाप्ति (एसडीजी 1), उचित कार्य एवं आर्थिक वृद्धि (एसडीजी 8), उद्योग-नवाचार-आधारभूत संरचना (एसडीजी 9) तथा क्लाइमेट एक्शन (एसडीजी 13) के अनुसार तैयार किया गया है । जीविक समृद्धि कार्यक्रम झारसुगुडा, ओडिशा में वेदांता एल्यूमिनियम के मेगा एल्यूमिनियम प्रचालन के आसपास लागू किया गया है। छोटे किसानों के लिए कृषि के ज्यादा कुशल तरीके प्रस्तुत करना इसका लक्ष्य है। इस परियोजना का तीसरा चरण हाल ही में प्रारंभ किया गया जिससे लगभग 1000 कृषक परिवार लाभान्वित हुए।

इसके तहत जलवायु संवेदी तरीकों को प्रोत्साहित कर एकीकृत जैविक कृषि विधियों से पैदावार में बढ़ोतरी की गई। कोरबा, छत्तीसगढ़ स्थित एल्यूमिनियम उत्पादक कंपनी बालको ने ‘मोर जल मोर माटी’ परियोजना लागू की है। इससे आसपास के समुदायों को कृषि में क्रांतिकारी बदलाव लाने में मदद मिली है। परियोजना ने 32 गांवों के 3600 से अधिक किसानों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। इसके अलावा ओडिशा की लांजीगढ़ एल्यूमिना रिफाइनरी में कंपनी ने वाणिज्यिक वाहनों के लिए सस्टेनेबल वैकल्पिक ईंधन के तौर पर बायोडीज़ल का इस्तेमाल करते हुए इसके सफल ट्रायल सम्पन्न किए हैं।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT