IIFL Finance Raj Express
व्यापार

फेयरफैक्स ने की IIFL को 20 करोड़ डॉलर देने की पेशकश, कार्रवाई के बाद शेयरों में लगा लोअर सर्किट

आईआईएफएल फाइनेंस को केंद्रीय बैंक आरबीआई ने गोल्ड लोन बांटने पर रोक लगा दी है। ऐसे में फेयरफैक्स इंडिया ने उसे 20 करोड़ डॉलर सहायता देने का प्रस्ताव किया है।

Author : Aniruddh pratap singh

हाईलाइट्स

  • केंद्रीय बैंक आरबीआई ने आईआईएफएल पर गोल्ड लोन बांटने पर लगा दी रोक

  • केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक का यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है

  • कंपनी में शेयर होल्डर फेयरफैक्स ने आर्थिक सहायता देने का प्रस्ताव किया है

राज एक्सप्रेस। गोल्ड लोन उपलब्ध कराने वाली आईआईएफएल फाइनेंस को केंद्रीय बैंक आरबीआई ने गोल्ड लोन बांटने पर रोक लगा दी है। केंद्रीय बैंक का यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। संकट की इस स्थिति में कंपनी की शेयर होल्डर फेयरफैक्स इंडिया ने उसे 20 करोड़ डॉलर की आर्थिक सहायता देने का प्रस्ताव किया है। उल्लेखनीय है कि आईआईएफल में फेयरफैक्स इंडिया होल्डिंग कॉरपोरेशन लंबे समय से निवेशक के रूप में मौजूद है।

केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक ने ने जब इस कंपनी पर गोल्ड लोन बांटने से रोक लगा दी तो इसके अगले ही दिन फेयरफैक्स इंडिया ने लिक्विडिटी सपोर्ट देने की पेशकश की है। आईआईएफएल फाइनेंस ने यह जानकारी एक्सचेंज फाइलिंग में दी है। आरबीआई की कार्रवाई के बाद से आईआईएफएल फाइनेंस के शेयरों में तगड़ा झटका देखने को मिला है। आज लगातार दूसरे दिन इस कंपनी के शेयरों का कोई खरीदार देखने को नहीं मिला है।

इसकी वजह से आज आईआईएफएल फाइनेंस के शेयरों में 20 फीसदी गिरावट के साथ लोअर सर्किट लग गया। आज बीएसई पर आईआईएफएल फाइनेंस 382.80 रुपये पर लोअर सर्किट में जा पहुंचा है। आईआईएफएल फाइनेंस ने अपने एक बयान में कहा कि आरबीआई की कार्रवाई ने आईआईएफएल के लिए लिक्विडिटी से जुड़ी चिंताएं पैदाकर दी हैं। हालांकि अब फेयरफैक्स इंडिया 20 करोड़ डॉलर तक के निवेश के लिए समहत हो गई है। फेयरफैक्स इंडिया के चेयरमैन प्रेम वत्स ने कहा आईआईएफएल समूह में उनका निवेश लंबे समय से है।

उन्होंने कहा निर्मल जैन और आर वेंकटरमण के नेतृत्व वाली कंपनी की मैनेजमेंट टीम में उनका भरोसा कायम है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आरबीआई ने जो भी आपत्तियां जताई हैं, उस पर कंपनी जल्दी ही काम करेगी। कंपनी मैनेजमेंट ने दावा किया है कि आरबीआई ने कॉरपोरेट गवर्नेंस में कोई गड़बड़ी नहीं पाई है। उसकी जो भी आपत्तियां हैं, वे ऑपरेशनल हैं जिन्हें हम वरीयता के आधार पर निपटाने का प्रयास करेंगे।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT