Zykov-D को मिली इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति Deepika Pal- RE
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भारत को मिली तीसरी वैक्सीन, Zykov-D को मिली इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति

सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक की दो वैक्सीन को इस साल की शुरुआत में ही मंजूरी मिल गई थी। वहीं, कई महीनों के इंतज़ार के बाद भारत की तीसरी वैक्सीन को भी मंजूरी मिल गई है।

Author : Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। पिछले साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए अपने भाषण में कोरोना वायरस जैसी जानलेवा महामारी से बचाव के लिए वैक्सीन तैयार करने से जुड़ी जानकारी देते हुए बताया था कि, भारत में 3 कंपनियां (Three Indian Companies) कोरोना की वैक्सीन तैयार करने पर काम कर रही हैं। जिनमें से सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक की दो वैक्सीन को इस साल की शुरुआत में ही मंजूरी मिल गई थी। वहीं, कई महीनों के इंतज़ार के बाद भारत की तीसरी वैक्सीन को भी मंजूरी मिल गई है।

भारत को मिली तीसरी स्वदेशी वैक्सीन :

भारत में जारी इस कोरोना वायरस की जंग में अब भी देश कोरोना की वैक्सीन पर ही निर्भर है। हालांकि, अब देश में प्रति दिन कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या वैक्सीन लगने वाले लोगों की संख्या से कम ही सामने आरही है, लेकिन फिर भी देश ने पिछले दिनों कोरोना की वैक्सीन की किल्लत का सामना किया है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि, अब तक भारत में कोरोना की दो वैक्सीन मौजूद थीं, लेकिन अब भारत में भारतीय फार्मास्युटिकल कंपनी जायडस कैडिला (Zydus Cadila) की जायकोव-डी (Zykov-D) वैक्सीन को भी मंजूरी मिल गई है। जिससे अब भारत में तीन स्वदेशी वैक्सीन उलपब्ध होंगी।

DGCI ने दी मंजूरी :

जी हां, आपको यह सुनकर हैरानी जरूर हो रही हो रही होगी, लेकिन भारत को अब यह खुशखबरी मिल चुकी है और यह खुशखबरी DGCI (Drugs Controller General of India ) ने शुक्रवार को Zydus Cadila की कोरोना वैक्सीन Zykov-D को इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी देकर दी है। बता दें, ये दुनिया की पहली DNA बेस्ड वैक्सीन है। इस वैक्सीन की खासियत यह है कि, इसे 12 साल और उससे ज्यादा उम्र के बच्चों और बड़ों सभी को लगाया जा सकता है। कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, कंपनी ने भारत में अब तक 50 से ज्यादा सेंटर पर वैक्सीन के लिए सबसे बड़ा क्लिनिकल ट्रायल किया है। यह देश में उपलब्ध होने वाली चौथी और मंजूरी पाने वाली छटवी वैक्सीन है। हालांकि, भारत द्वारा निर्मित होने वाली तीसरी वैक्सीन ही है। अब तक भारत में इन वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है -

  • सीरम इंस्टीट्यूट की - कोवीशील्ड (स्वदेशी)

  • भारत बायोटेक की - कोवैक्सिन (स्वदेशी)

  • रूस की - स्पुतनिक-V

  • मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन (लेकिन वो अभी भारत में उपलब्ध नहीं हुई हैं।)

Zycov-D से जुड़ी खास जानकारी :

बताते चलें, Zycov-D एक निडिल फ्री वैक्सीन है। इसे जेट इंजेक्टर से लगाया जाएगा। इससे वैक्सीन को हाई प्रेशर से लोगों की स्किन में इंजेक्ट किया जाता है। जेट इंजेक्टर में प्रेशर के लिए कंप्रेस्ड गैस या स्प्रिंग का इस्तेमाल होता है।

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