एक साल पहले कंपनी ने की थी 12000 कर्मचारियों की हुई थी छंटनी।
कंपनी ऑपरेशनल गुणवत्ता बढ़ाने में एआई का लाभ उठाने की तैयारी कर रही है।
ऑपरेशनल गुणवत्ता बढ़ाने में एआई का लाभ उठाने की तैयारी कर रही है।
राज एक्सप्रेस। दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी गूगल की एक बार फिर से अपनी वर्कफोर्स में छंटनी करने की तैयारी है। इस बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के चलते करीब 30000 कर्मचारियों की नौकरी जाने की आशंका है। गूगल लगातार अपने आर्टिफिशियल मॉडल (एआई मॉडल) को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। हाल के दिनों में कंपनी न केवल बाह्य अनुप्रयोग के लिए एआई विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है, बल्कि अपने ऑपरेशनल स्ट्रक्चर में अहम बदलाव पर भी विचार कर रही है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक गूगल अपनी कारोबारी प्रक्रिया के कई पहलुओं में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को समाहित करने की तैयारी में है। इसकी वजह से कंपनी आने वाले समय में अपने वर्कफोर्स में बडी कटौती का फैसला ले सकती है। एक मोटे अनुमान के अनुसार इससे करीब 30,000 कर्मचारी प्रभावित हो सकते हैं।
इस रि-स्ट्रक्चरिंग से मुख्य रूप से गूगल के एड सेल्स डिपार्टमेंट पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। जहां कंपनी ऑपरेशनल गुणवत्ता बढ़ाने में एआई का लाभ उठाने की तैयारी कर रही है। गूगल एड सेल्स के अलावा एआई का प्रयोग कस्टमर सपोर्ट सर्विस में भी कर सकती है। कस्टमर सपोर्ट में एआई के प्रवेश से कंपनी के संचालन के मानव-केंद्रित पहलुओं पर सीधा असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है।
कार्यप्रणाली में आने वाले इन बदलावों पर बात करते हुए गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कंपनी के कारोबार को फिर से व्यवस्थित करने की जरूरत बताई है। बता दें कि गूगल इससे पहले लगभग 12000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी है। इन कर्मचारियों को सेवा से निकालने का फैसला कंपनी ने एक साल पहले दिसंबर 2022 में लिया था। इसे कंपनी के अब तक के इतिहास की सबसे बड़ी छंटनी के रूप में देखा गया थी।
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