राज एक्सप्रेस। देश में कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन से भारत की अर्थव्यवस्था काफी बिगड़ गई है। हालांकि, भारतीय अर्थव्यवस्था में पहले से काफी सुधार देखने को मिला है। इस बात का अंदाजा हाल ही में वित्त मंत्रालय द्वारा जारी किए गए गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) कलेक्शन के आंकड़ों से लगाया जा सकता है। साल के पहले दिन वित्त मंत्रालय ने GST कलेक्शन के आंकड़े जारी किए हैं।
GST कलेक्शन :
दरअसल, वित्त मंत्रालय के सामने आए गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) कलेक्शन के आंकड़ों के अनुसार, इस साल कोरोना से बने हालातों के बीच दिसंबर 2020 के दौरान कुल GST कलेक्शन 1.15 लाख करोड़ रुपए से भी ज्यादा रहा है। बता दें, इस बार का GST राजस्व सबसे अधिक रहा है और ऐसा पहली बार हुआ है जब इसने लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया है। सही आंकड़े बताए तो दिसंबर में GST कलेक्शन कुल 1,15,174 करोड़ रुपये रहा है। इस साल फरवरी के बाद पहली बार GST कलेक्शन का आंकड़ा 1 लाख करोड़ के पार पहुंचा है।
वित्त मंत्रालय ने दी जानकारी :
बताते चलें, GST लागू होने के बाद से दिसंबर 2020 के दौरान ऐसा लगातार तीसरा महीना रहा है, जब GST कलेक्शन का आंकड़ा 1 लाख करोड़ रुपये के ऊपर पंहुचा हो। इस मामले में वित्त मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया है कि, कुल राजस्व में केंद्रीय GST का योगदान 21,365 करोड़ रुपये रहा। जबकि राज्य GST का योगदान 27,804 करोड़ रुपये रहा। वहीं इसी अवधि में एकीकृत GST की बात करें तो, वो आंकड़ा 57,426 करोड़ रुपये और उपकर 8,579 करोड़ रुपये रहा। बताते चलें, चालू वित्त वर्ष में कोरोना के चलते से लगाए गए लॉकडाउन से जीएसटी राजस्व प्रभावित हुआ है।
पिछले साल की तुलना में रहा 12% ज्यादा :
बताते चलें, इस साल दिसंबर का GST कलेक्शन का आंकड़ा पिछले साल की समान मासिक अवधि की तुलना में 12% ज्यादा रहा है। यदि इन आंकड़ों पर गौर किया जाये तो यह भारत की अर्थव्यवस्था के लिए काफी अच्छे संकेत दिखाई दे रहे हैं। जबकि इसी दौरान पिछले साल के दिसंबर के मुकाबले माल के आयात से राजस्व 27% ज्यादा ही रहा। यदि घरेलू लेनदेन की बात करे तो, वह राजस्व से 8% ज्यादा ही रहा है। बता दें, अब तक हुए GST कलेक्शन का आंकड़ा सबसे उच्चतम स्तर पर अप्रैल 2019 में 1,13,866 करोड़ रुपये रहा था।
उच्चतम स्तर :
2020-21 में उच्चतम स्तर GST कलेक्शन के आंकड़े (करोड़ रुपये में)
अप्रैल - 32,172
मई - 62,151
जून - 90,917
जुलाई - 87,422
अगस्त - 86,449
सितंबर - 95,480
अक्टूबर - 1,05,155
नवंबर - 1,04,963
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