गृह मंत्री की अध्यक्षता में कोयला मंत्री और NTPC की बिजली संकट को लेकर बैठक Social Media
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गृह मंत्री की अध्यक्षता में कोयला मंत्री और NTPC की बिजली संकट को लेकर बैठक

कई राज्यों में चल रहे बिजली संकट को मद्देनजर रखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री की अमित शाह की अध्यक्षता में कोयला मंत्री और NTPC के अधिकारीयों की एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में बिजली संकट पर चर्चा की गई।

Author : Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। पिछले दिनों चीन से बिजली की किल्लत की खबरें सामने आरही थी। वहीं, अब भारत में जल्द ऐसी समस्या से जूझ सकता है। क्योंकि, भारत इन दिनों कोयले की किल्लत से परेशान नजर आरहा है। हालांकि, देश में चीन जैसे हालात न बने और कई राज्यों में चल रहे बिजली संकट को मद्देनजर रखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री की अमित शाह की अध्यक्षता में कोयला मंत्री और NTPC के अधिकारियों की एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में बिजली संकट को लेकर डेढ़ घंटे चर्चा की गई।

केंद्रीय गृह मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक :

दरअसल, सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री की अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी, ऊर्जा मंत्री आरके सिंह समेत NTPC के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। NTPC के अधिकारियों ने गृह मंत्री को मौजूदा हालात और कोयले के भंडार के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी और आने वाले समय में बन सकने वाले हालातों से अवगत कराया। इसके अलावा इस बैठक के दौरान कोयला और ऊर्जा मंत्रियों ने बिजली के उत्पादन से लेकर कोयला की माइनिंग तक की रिपोर्ट पेश की। साथ ही दोनों मंत्रालयों के सचिवों द्वारा भी हालात के बारे में बताया गया।

इन राज्यों में मंडरा रहा बिजली संकट :

देश में कई राज्य ऐसे हैं जहाँ बिजली संकट के बदल मंडरा रहे हैं। इन राज्यों में दिल्ली, महाराष्ट्र और पंजाब जैसे कई राज्यों के नाम शामिल हैं और ऐसा इसलिए क्योंकि यहां कोयले की किल्लत देखी जा रही है। इस बैठक में इन राज्यों द्वारा कोयले की कमी के चलते पैदा हुए बिजली संकट को लेकर केंद्र सरकार से मदद की मांग की गई है। इसके अलावा इन राज्य के नागरिकों से बिजली बचत करने को लेकर अपील भी की गई है। हालांकि, केंद्र सरकार ने साफ़ कर दिया है कि, 'देश में कोयले का पर्याप्त भंडार है और बिजली संकट की आशंका सही नहीं है।'

कोयला मंत्रालय का कहना :

बताते चलें इससे पहले बीते दिन रविवार को कोयला मंत्रालय ने बताया था कि, 'बिजली उत्पादक प्लांट की जरूरत को पूरा करने के लिए देश में कोयले का पर्याप्त भंडार है। बिजली प्लांट्स के पास करीब 72 लाख टन का कोयला भंडार है जो चार दिन के लिए पर्याप्त है। कोल इंडिया के पास 400 लाख टन का भंडार है जिसकी आपूर्ति बिजली संयंत्रों को की जा रही है। देश में कोयला आधारित बिजली उत्पादन इस साल सितंबर तक 24 प्रतिशत बढ़ा है। बिजली संयंत्रों को आपूर्ति बेहतर रहने की वजह से उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है।' इतना ही नहीं मंत्रालय द्वारा कोयले की कमी के चलते बिजली आपूर्ति में बाधा की आशंकाओं को पूरी तरह से खारिज तक कर दिया गया है। जबकि इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्र नरेंद्र मोदी को चिट्ठी तक लिखी थी।'

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