हाइलाइट्स –
जैक मा की तलाश तेज
लापता होने की अटकलें
निगरानी में रखने की खबरें!
कम लोगों से मिल रहे हैं : CNBC
राज एक्सप्रेस। चाइना के सबसे बड़ी वैश्विक कारोबारी हस्ती और उसके टेक बूम के प्रतीक की लोगों से अचानक बढ़ी इस दूरी के कारण, मा को क्या हुआ? इस बारे में अटकलों का बाजार सरगर्म है। अलीबाबा और एंट के प्रवक्ता भी मीडिया के सवालों का जवाब नहीं देते हैं कि मा सार्वजनिक रूप से क्यों नहीं दिखाई दिये।
सीएनबीसी की रिपोर्ट -
सीएनबीसी ने मंगलवार को अटकलों के विपरीत चीनी सरकारी नियामकों के हवाले से रिपोर्ट जारी की है कि; चीनी ई-कॉमर्स अरबपति और अलीबाबा के संस्थापक जैक मा गायब नहीं हैं, लेकिन वर्तमान में कम लोगों से मिल रहे हैं।
सीएनबीसी के डेविड फैबर ने सूत्रों के हवाले से बताया कि "बहुत संभावना है, वह हांग्जो में जहां अलीबाबा का मुख्यालय है वहां पर हैं। हम भूल जाते हैं कि वह अब अलीबाबा के प्रबंधन में लंबे समय से शामिल नहीं हैं। वह उद्देश्यपूर्ण रूप से कम दिखाई दे रहे हैं।"
ट्विटर पर सीएनबीसी -
सीएनबीसी ने ट्विटर पर अटकलों के विपरीत चीनी सरकारी नियामकों के हवाले से रिपोर्ट जारी की है कि; चीनी ई-कॉमर्स अरबपति और अलीबाबा के संस्थापक जैक मा गायब नहीं हैं, लेकिन वर्तमान में कम लोगों से मिल रहे हैं। आप उम्मीद कर सकते हैं कि कुछ समय तक ऐसा ही रहेंगे। वह PRC (पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना) की सरकार से भाग गए। उन्होंने अतीत में कई बार उस लाइन को आगे बढ़ाया है और ठीक हैं।"
फैबर की रिपोर्ट -
फैबर की रिपोर्ट में उल्लेख है कि “… 24 अक्टूबर का भाषण पुरानी बात हो गई है। और वहां बहुत सारे लोगों की तरह, वह भी समझता है कि आपको कब चुप रहना है और कब बोलना है। वह खुद को किसी भी स्थिति में नहीं रखने जा रहा है जहां उसे बोलना पड़े। ऐसा कई महीनों तक हो सकता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह गायब है। उसे पकड़ा नहीं गया है।“
अलीबाबा से शुरुआत -
एक पूर्व अंग्रेजी शिक्षक मा ने 1999 में अलीबाबा ग्रुप की स्थापना की, तब चीन में इंटरनेट उपयोगकर्ता नाममात्र के ही थे। नियामकों के आश्वस्त करने के पांच साल बाद उन्होंने ऑनलाइन भुगतान सेवा Alipay शुरू की। उनके ये दोनों ही दांव इंडस्ट्री में छा गए।
24 अक्टूबर के भाषण में उन्होंने नियामकों को भी रूढ़िवादी कहा और उन्हें और अधिक अभिनव होने का आग्रह किया। जिसका उनके कारोबार पर प्रतिकूल असर पड़ा।
उनके एंट समूह (Ant Group) के स्टॉक मार्केट में आसन्न पदार्पण पर सरकार ने रोक लगा दी। यह एक ऑनलाइन फाइनेंस प्लेटफॉर्म है जो कि Alipay की देन है। सरकार की नजर टेढ़ी होने से अलीबाबा के शेयरों की कीमत में कमी आ गई।
सबसे बड़े शेयरधारक -
साल 2019 में अलीबाबा के अध्यक्ष के रूप में कदम रखने वाले 56 वर्षीय मा अलीबाबा भागीदारी का एक हिस्सा हैं। वह सबसे बड़े शेयरधारकों में से एक हैं। पिछले दिनों मा ने शंघाई में एक व्यापार सम्मेलन में भाषण में नियामकों की आलोचना की थी। इस कार्यक्रम में चीनी उपराष्ट्रपति वांग किशन भी मौजूद थे।
सरकारी गाज -
3 नवंबर को, नियामकों ने एंट ग्रुप के शेयर बाजार में पदार्पण को निलंबित कर दिया। अलीबाबा के सीईओ ने बाद में संबंधों को सुधारने के संभावित प्रयास में नियामकों की प्रशंसा भी की लेकिन मा ने चुप्पी साधे रखी। उनके सिना वीबो सोशल मीडिया अकाउंट पर अंतिम पोस्टिंग 17 अक्टूबर को जारी हुई।
निगरानी की भी खबरें -
इस मामले में चीन के सरकारी अखबार पीपुल्स डेली ने संकेत दिया है कि जैक मा को किसी अज्ञात स्थान पर 'निगरानी' में रखा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जैक मा को सरकार ने देश न छोड़ने की भी चेतावनी दी है। अनुमान लगाए जा रहे हैं कि मा की दुर्दशा के पीछे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ गहराया उनका हालिया विवाद है।
क्यों लग रहीं थीं जैक मा के लापता होने की खबरें और अफ्रीकाज़ बिज़नेस हीरोज़ का क्या है मामला इस बारे में विस्तार से पढ़ने क्लिक करें – अलीबाबा के संस्थापक जैक मा लापता!
खबरों को गहराई से जानने के लिए शीर्षक को स्पर्श/क्लिक करें –
चाइनीज CEOs ने कैसे की तगड़ी कमाई?
चाइना में मौजूदा मंदी से कितना प्रभावित एशियाई बाजार?
भारतीय बाजार में चाइनीज कंपनियों की फर्राटा चाल!
क्या है भारत में सफल चाइनीज रणनीति का राज?
ये भारतीय कंपनी अब बनाएगी चाईना के लिए प्रॉडक्ट!
चाइना छोड़ने वाली कंपनियों के लिए “सेज़” तैयार
चाइना छोड़ भारत आने वाली कंपनियों का मूड बदल देगी मूडीज रेटिंग!
डिस्क्लेमर – आर्टिकल प्रचलित रिपोर्ट्स पर आधारित है। इसमें शीर्षक-उप शीर्षक और संबंधित अतिरिक्त प्रचलित जानकारी जोड़ी गई हैं। इस आर्टिकल में प्रकाशित तथ्यों की जिम्मेदारी राज एक्सप्रेस की नहीं होगी।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।