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दिग्गज निवेशक वॉरेन बफेट के नजदीकी दोस्त व पार्टनर चार्ली मंगर का 99 साल की उम्र में निधन

Aniruddh pratap singh

हाईलाइट्स

  • बफेट ने कहा कि मंगर के बगैर वह अपने कारोबारी जीवन की कल्पना नहीं कर सकते।

  • लंगर कहते थे सही जीवन का अर्थ है बस सीखना, सीखना और हर समय सीखते रहना।

  • वारेन बफेट से मुलाकात के बाद चार्ल्स टी लंगर ने निवेश में लेनी शुरू की थी दिलचस्पी

राज एक्सप्रेस। दिग्गज निवेशक वॉरेन बफेट के नजदीकी दोस्त और पार्टनर चार्ली मंगर का मंगलवार की रात 99 साल की उम्र में अमेरिका के कैलीफोर्निया में निधन हो गया है। उनके निधन की जानकारी बर्कशायर हैथवे ने अपने एक बयान में दी है। वह वारेन बफेट के सबसे नजदीकी दोस्तों में गिने जाते थे। उनके निधन पर दुःख जताते हुए प्रख्यात निवेशक वारेन बफेट ने कहा कि चार्ली मंगर के बगैर वह अपने कारोबारी जीवन की कल्पना ही नहीं कर सकते। उन्होंने कहा मेरा कारोबारी जीवन कभी इतना बड़ा नहीं हो सकता था, अगर लंगर मेरे मित्र नहीं होते। वारेन बफेट की कारोबारी यात्रा में चार्ली मंगर का बेहद अहम स्थान है। चार्ली लंगर अक्सर कहा करते थे कि सही तरीके से जीए गए जीवन का अर्थ है बस सीखना, सीखना और हर समय सीखते रहना।

बफेट का बिजनेस पार्टनर और दाहिने हाथ

वारेन बफेट के अलावा दुनिया के कई कारोबारी दिग्गजों ने चार्ली मंगर के निधन पर दुःख जताया है। चार्ली मंगर के कारोबारी सफर पर नजर डालें, वह वारेन बफेट का बिजनेस पार्टनर और दाहिने हाथ थे। चार्ली बर्कशायर हैथवे के वाइस चेयरमैन थे। वह इस सदी के सबसे बड़े वैल्यू इन्वेस्टर्स में से एक माने जाते थे। वह पहले वकालत करते थे। उन्होंने फाइनेंशियल फ्रीडम के लिए वकील का पेशा छोड़ दिया था। उन्होंने द विट एंड विजडम आफ चार्ल्स टी मंगर नाम से किताब भी लिखी है। वह स्वभाव से बेहद उदार थे। अपने सुदीर्घ जीवन में उन्होंने करोड़ों डॉलर दान किए।

बफेट से मुलाकात के पहले लॉ फर्म चलाते थे लंगर

सन 1924 में जन्में चार्ली मंगर नए साल पर 100 साल की उम्र पूरा करते, लेकिन इसके पहले ही उनका निधन हो गया। वॉरेन बफेट के साथ काम शुरू करने से पहले चार्ली अपने दूसरे साथियों के साथ मिलकर मंगर, टोल्स एंड ओल्सन नाम से एक लॉ फर्म चलाते थे। सन 1978 में वह वॉरेन बफेट और बर्कशायर हैथवे से जुड़ गए। हार्वर्ड ला स्कूल से पढ़ाई करने वाले चार्ल्स मंगर के पास मौसम विज्ञान की भी डिग्री थी। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत वकील के रूप में की थी। लेकिन इसी दौरान उनके भीतर एक कारोबारी भी आकार ले रहा था।

बफेट से मुलाकात के बाद बढ़ी निवेश में दिलचस्पी

उन्होंने सबसे पहले रियल इस्टेट सेक्टर में हाथ आजमाने की सोची। इसी दौरान उनकी दोस्ती बारेन बफेट से हुई तो उन्होंने निवेश में भी दिलचस्पी लेनी शुरू कर दी। पहले वह दिमाग की जगह भावनाओं से निवेश किया करते थे, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी कारोबारी रणनीतियों में बदलाव किया और बेहतर निवेश रणनीतिकार के रूप में सामने आए। उन्हें शुरूआत से ही अभिय़ांत्रिकी के प्रति जुनून था। इसी जुनून की वजह से बर्कशायर हैथवे ने चीन की ऑटो कंपनी बीवाईडी में निवेश किया था। हालांकि, पिछले कुछ समय से बर्कशायर हैथवे लगातार बीवाईडी में अपनी हिस्सेदारी घटा रहा है। आखिरी बार 25 अक्टूबर 2023 को कुछ हिस्सा बेचा गया था। इसके बाद हांन्गकांन्ग एक्सचेंज पर सूचीबद्ध आटो कंपनी बीवाईडी में बर्कशायर की हिस्सेदारी 8.05% से घटकर 7.98% हो गई है।

लंगर का निधन वॉरेन बफेट के लिए बड़ा झटका

चार्ली मंगर का निधन से वारेन बफेट बहुत टूट गए हैं। हफ्तेभर पहले ही वॉरेन बफेट ने करीब 866 मिलियन डॉलर कीमत वाले बर्कशायर हैथवे के स्टॉक दान दिए हैं। करीब 6 दशक तक निवेशक के भूमिका में रहने वाले वॉरेन बफेट के इस फैसले को उनके निवेश करियर के अंतिम पड़ाव के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने शेयरहोल्डर्स को लिखे पत्र में बताया है कि 93 की उम्र में उन्हें अच्छा लग रहा, लेकिन यह भी महसूस हो रहा कि मैं एक्स्ट्रा इनिंग्स खेल रहा हूं। कहा जाता है कि वॉरेन बफेट की वजह से ही चार्ली मंगर ने निवेश की दुनिया में अपना करियर बनाया। वकालत की पढ़ाई करने वाले चार्ली मंगर को रियल एस्टेट सेक्टर में खास महारथ हासिल थी। लेकिन वारेन बफेट के जोर देने पर उन्होंने निवेश के क्षेत्र में हाथ आजमाने का निर्णय लिया।

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