राज एक्सप्रेस। कच्चे तेल पर केंद्र सरकार ने विंडफॉल टैक्स 7100 रुपये प्रति टन से कम करके 6700 रुपये प्रति टन कर दिया है। उल्लेखनीय है कि विंडफॉल टैक्स की समीक्षा सरकार की ओर से हर 15 दिन में की जाती है। विंडफॉल टैक्स पहली बार एक जुलाई2022 को कच्चे तेल के दाम अचानक से बढ़ जाने के कारण तेल कंपनियों पर लगाया गया था। भारत सरकार की ओर से कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स घटाकर 6,700 रुपये प्रति टन कर दिया गया है।
पहले यह 7,100 रुपये प्रति टन था। इसके अलावा डीजल पर निर्यात शुल्क 5.50 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 6 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है। इसके अलावा एविएशन टरबाइन फ्यूल (एटीफए) यानी जेट फ्यूल पर निर्यात शुल्क 2 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 4 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है। नई टैक्स की दरें दो आज से ही लागू हो गई हैं।
विंडफॉल टैक्स पहली बार जुलाई 2022 में कच्चे तेल का मूल्य अचानक बढ़ जाने की वजह से केंद्र सरकार ने तेल कंपनियों पर लगाया गया था। उस समय निर्यात किए जाने पेट्रोल और एटीएफ पर 6 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर का निर्यात शुल्क लगाया गया था। टैक्स निर्यात किए जाने वाले पेट्रोल-डीजल के साथ एटीएफ और घरेलू कच्चे तेल के उत्पादन पर लगाया जाता है। घरेलू स्तर पर पेट्रोल-डीजल के दाम पर इसका कोई असर नहीं होता है। कच्चे तेल का उत्पादन करने वाली ओएनजीसी और पेट्रोल-डीजल का निर्यात करने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी कंपनियों पर इसका असर होता है।
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