CAIT called to Indians for adopt Indian products on festive season Syed Dabeer -RE
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CAIT त्योहारी सीजन में देगा चीन को 40,000 करोड़ का आर्थिक झटका

'कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स' (CAIT) द्वारा अगले कुछ महीनों के त्योहारी सीजन में चीन को लगभग 40,000 करोड़ रुपये का आर्थिक झटका देने के लिए भारतीयों से आह्वान किया है।

Author : Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। भारत में लद्दाख की गलवान घाटी पर चीन द्वारा की गई कार्यवाही के बाद से ही भारत में चीन और चीनी प्रॉडक्ट को लगातार बॉयकॉट किया जा रहा है। अब तक चीन द्वारा किए गए बैन से चीन को जितना नुकसान हुआ है, वो चीन को भारत में त्योहारों के समय होने वाले नुकसान के सामने कुछ भी नहीं है। क्योंकि, अब 'कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स' (CAIT) द्वारा चीन को बहुत आर्थिक झटका देने की पूरी तैयारी कर ली है। जिसके तहत CAIT ने चीन के खिलाफ 'भारतीय सामान, हमारा अभिमान' नामक एक अभियान शुरू किया था।

CAIT का अभियान :

दरअसल, चीन और चीनी प्रॉडक्ट बॉयकॉट करने के लिए CAIT ने 'भारतीय सामान, हमारा अभिमान' नामक शुरू किया था। इस अभिमान के अंतर्गत लोगों को चीनी प्रॉडक्ट का बहिष्कार करने को लेकर प्रेरित किया जा रहा है। इसी राह में चल के अब CAIT द्वारा अगले कुछ महीनों के त्योहारी सीजन में चीन को लगभग 40,000 करोड़ रुपये का आर्थिक झटका देने के लिए भारतीयों से चीनी प्रॉडक्ट को छोड़ कर भारत में बने प्रॉडक्ट अपनाने का आह्वान किया गया है।

CAIT का कहना :

CAIT द्वारा लोगों से इस साल आने वाले सभी त्योहारों पर भारतीय सामान का उपयोग करने का आह्वान करते हुए कहा है कि, 'इस साल देशभर में 'हिन्दुस्तानी दीपावली' मनाई जाएगी। जिसमें चीन में बना कोई भी प्रॉडक्ट का इस्तेमाल नहीं होगा।' बताते चलें, इस साल 22 अगस्त को मनाई जाने वाली गणेश चतुर्थी के लिए CAIT ने भारतवासियों को मिट्टी, गोबर तथा खाद से बने इको फ्रैंडली गणेश भगवान की कुछ प्रतिमाएं भी जारी की हैं। साथ ही सभी को इको फ्रैंडली गणेशजी बैठाने का आह्वान किया है।

CAIT के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कहना :

CAIT के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया का कहना है कि, "भारत में गणेश चतुर्थी बेहद उत्साहपूर्वक मनाई जाती है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, गोवा, केरल, तेलंगाना, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, दिल्ली आदि में ज्यादा धूम रहती है। इन वस्तुओं से बनी गणेश प्रतिमा का उद्देश्य पर्यावरण और जल को प्रदूषित होने से बचाना और त्योहार को पूर्ण भारतीयता के साथ मनाना है। त्योहार के लिए 6, 9 और 12 इंच की गणेश प्रतिमाएं बनाई जा रही हैं। इस साल प्रतिमाओं में तुलसी के बीज सहित विभिन्न सब्जियों के बीज भी डाले जा रहे हैं। ऐसे में प्रतिमा जल में विसर्जित करने के बाद यह बीज मिट्टी में दबा कर पौधों का रूप ले सके। इससे पर्यावरण को भी मजबूती मिलेगी।"

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