गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, यूपी व एमपी के हस्तशिल्प उत्पादों का प्रदर्शन
इस कार्यक्रम में 40 से अधिक देशों के 3500 से अधिक एक्सहिबिटर्स हिस्सा लेंगे
'सहायक साझेदार राज्य' के रूप में कार्यक्रम का हिस्सा लेगा मध्य प्रदेश
राज एक्सप्रेस: नई दिल्ली में भारत टेक्स-2024 का आयोजन 26 से 29 फरवरी के बीच किया जाएगा। इस हस्तशिल्प महासंगम का आयोजन एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउंसिल ने किया है। इस कार्यक्रम का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे। इस कार्यक्रम में 40 से अधिक देशों के 3500 से अधिक एक्सहिबिटर्स और 40,000 से अधिक प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। भारत टेक्स-2024 एक्सपो गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के ख्यात हथकरघा एवं हस्तशिल्प का प्रदर्शन किया जाएगा। इस हस्तशिल्प संगम में पांच राज्यों के परंपरागत हस्तशिल्प कौशल का प्रदर्शन किया जाएगा। भारत टेक्स 2024 कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र 'साझेदार राज्य' के रूप में हिस्सा लेंगे, जबकि गुजरात, तेलंगाना और मध्य प्रदेश 'सहायक साझेदार राज्य' के रूप में इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे।
आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और असम इस प्रमुख वैश्विक टेक्सटाइल कार्यक्रम में राज्य मंडप स्थापित करेंगे। इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश की प्रतिष्ठित बाटिक प्रिंटिंग, हैंड-ब्लॉक प्रिंटिंग, चंदेरी और माहेश्वरी सिल्क, गुजरात की बंधनी, पटोला सिल्क, हैंड-पेंटिंग का प्रदर्शन किया जाएगा। उत्तर प्रदेश की चिकनकारी, जरी-जरदोजी, महाराष्ट्र की पैठणी साड़ी, वारली आर्ट, मशरू और हिमरू से लेकर आंध्र प्रदेश की जूट से तैयार कलमकारी, हाथ से बुनी धर्मावरम साड़ियां और मंगलागिरी सूती बुनाई का प्रदर्शन किया जाएगा। भारत टेक्स 2024 में विश्व स्तर पर प्रशंसित राज्यों की हस्तशिल्प और हथकरघा परंपराओं, नवीन प्रौद्योगिकियों और आगामी टेक्सटाइल पार्कों जैसी पहलों के संदर्भ में राज्य की प्रगतिशील लोक परंपराओं का प्रदर्शन किया जाएगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा मुझे भारत टेक्स 2024 आयोजन में साझेदार राज्य के रूप में महाराष्ट्र की भागीदारी की घोषणा करते हुए अत्यंत गर्व हो रहा है। भारत में सबसे बड़ी अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी के रूप में यह आयोजन हस्तशिल्प के क्षेत्र में बड़े बदलाव का गवाह बनेगा। उन्होंने कहा यह हमारे लिए गर्व की बात है कि भारत के टेक्सटाइल और परिधान के क्षेत्र में महाराष्ट्र का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। चाहे वह पैठणी साड़ी की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा हो या कुछ महत्वाकांक्षी स्टार्ट-अप द्वारा स्मार्ट टेक्सटाइल्स की शुरुआत। टेक्सटाइल के विकास में महाराष्ट्र के योगदान को किसी तरह विस्मृत नहीं किया जा सकता। हम यह परंपरा जारी रखने को लेकर प्रतिबद्ध हैं।
इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश को 'सहायक साझेदार राज्य' के रूप में शामिल किए जाने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा मध्य प्रदेश की समृद्धि उसके उद्योगों की प्रगति में निहित है। उद्योगों की स्थापना से रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी होती है। राज्य सरकार व्यापक विकास, सुशासन को बढ़ावा देने और एक प्रभावी प्रणाली को लागू करने को लेकर प्रतिबद्ध है। 'सहायक साझेदार राज्य' के रूप में शामिल हुए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा गुजरात के लिए कपड़ा सिर्फ एक उद्योग नहीं है, बल्कि यह हमारी परंपरा और विरासत का भी हिस्सा है। जिसे हम अपने हस्तशिल्प और मशीनों के माध्यम से दुनिया के सामने प्रस्तुत करते हैं। आजादी के पहले से ही भारत टेक्सटाइल का अहम केंद्र रहा है। कभी देश के कपड़ा उद्योग की तुलना ब्रिटिश कपड़ा उद्योग से की जाती थी। देश में बुने हुए फाइबर उत्पादन में गुजरात सबसे अधिक योगदान देने वाला राज्य है, जो 'मेक इन इंडिया' और 'मेक फॉर द वर्ल्ड' में हमारे योगदान को दिखाता है।
तेलंगाना के 'सहायक साझेदार राज्य' के रूप में शामिल होने पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री अनुमुला रेवंत रेड्डी ने कहा, वस्त्रों के विकास के साथ निकट रिश्ता रहा है। टेक्सटाइल के क्षेत्र में भारत दुनिया का नेतृत्व करता है। ऐसे में भारत टेक्स 2024 कार्यक्रम का आयोजन एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउंसिल द्वारा की जाने वाली स्वागत योग्य पहल है। उन्होंने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि यह कार्यक्रम भारत के अद्वितीय टेक्सटाइल उत्पादों को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने के साथ-साथ टेक्सटाइल और परिधान क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिहाज से भी एक अहम मंच साबित होगा। तेलंगाना में हथकरघा की एक जीवंत, विविध और समृद्ध विरासत है, जिसमें गडवाल, नारायणपेट, पोचमपल्ली इक्कत के कपड़े और बंजारा कला, बिदरी आदि जैसे हस्तशिल्प शामिल हैं। सभी 5एफ क्षेत्रों में मजबूत उपस्थिति के साथ तेलंगाना टेक्सटाइल के लिए एक अग्रणी विनिर्माण केंद्र भी है। भारत टेक्स 2024 कार्यक्रम के साथ दुनिया के सामने तेलंगाना की समृद्ध टेक्सटाइल परंपराओं का प्रदर्शन करेंगे।
भारत दुनिया में टेक्सटाइल्स का तीसरी सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है। कपास जैसे नैचुरल फाइबर के उत्पादन के मामले में भारत दुनिया के देशों में सबसे आगे है। दुनिया में कपास के कुल रकबे का एक तिहाई से ज्यादा हिस्सा भारत में आता है। भारत का टेक्सटाइल्स मार्केट करीब 150 अरब डॉलर का है। एक्सपोर्ट मार्केट लगभग 40 अरब डॉलर है। बांग्लादेश और वियतनाम कुछ मामलों में टक्कर दे रहे हैं, लेकिन उनकी सीमा यह है कि वे कुलमिलाकर अपैरल कंट्री ही है। वहीं, भारत के पास पूरी वैल्यू चेन है। ऐसी क्षमता के साथ ग्लोबल वैल्यू चेन में भारत की दमदार मौजूदगी कैसे बढ़ाई जाए और टेक्सटाइल्स में अधिक से अधिक विदेशी निवेश आकर्षित किया जाए, भारत टेक्स 2024 में इस पर मंथन होगा।
इस आयोजन के दौैरान कई विषयों पर 70 से अधिक सेशन होंगे। इन्हें टॉमी हिलफिगर, नाइकी, कॉटन कनेक्ट, एचएंडएम जैसी कंपनियों के टॉप ऑफिशियल्स भी संबोधित करेंगे। आयोजन से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि आदित्य बिड़ला ग्रुप, रिलायंस ग्रुप, वेलस्पन, ट्राइडेंट, अरविंद फैशन, पीडीएस ग्रुप और शाही ग्रुप जैसे नाम इस आयोजन में बतौर पार्टनर और स्पॉन्सर शिरकत करेंगे। तुर्की, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, रूस, मिस्र सहित कई देशों के प्रतिनिधिमंडल इसमें शामिल होंगे। इनके लिए खास पवेलियन भी होंगे। इसके साथ ही महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात जैसे टेक्सटाइल्स में अग्रणी राज्यों के अपने पवेलियन भी होंगे।
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