राज एक्सप्रेस। आप और हम बचपन से ही एक साइकिल की कंपनी का नाम सुनते आए हैं और वह नाम है 'एटलस साइकिल' (Atlas) कंपनी का। कल यानि 3 जून को विश्व साइकिल दिवस था और इसी दिन देशभर में मजबूत साइकिल बनाने वाली नामी-ग्रामी साइकिल कंपनी 'एटलस साइकिल' ने अपने दिल्ली से सटे गाजियाबाद के साहिबाबाद स्थित फैक्टरी से जुड़ा एक बहुत बड़ा फैसला लिया। कंपनी के इस फैसले से कंपनी में कार्य करने वाले एक हजार कर्मचारी बेरोजगार हो गए। जाने क्या था कंपनी का यह बड़ा फैसला ?
एटलस कंपनी का फैसला :
दरअसल, देश की बड़ी साइकिल बनाने वाली कंपनी में शुमार एटलस साइकिल कंपनी ने अपने साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साइट-4 की एटलस कंपनी ने उत्पादन न होने के कारण आई आर्थिक मंदी के संकट को देखते हुए बुधवार को अपनी साहिबाबाद में स्थित सबसे बड़ी फैक्ट्री को अनिश्चितकाल तक के लिए बंद करने जैसा बड़ा फैसला लिया है। कंपनी के इस फैसले से कंपनी के 1000 मजदूरों की नौकरी चली गई है।
एटलस कंपनी का सफर :
एटलस साइकिल कंपनी कंपनी की स्थापना साल 1951 में हुई थी। इसने स्थापना वाले साल में ही लगभग 12000 साइकिल का निर्माण किया था। इसके बाद कंपनी अपनी रफ़्तार से चलने लगी और धीरे- धीरे कंपनी का नाम सब जानने लगे। इसके बॉस साल 1965 में यह ही साइकिल कंपनी भारत की सबसे बड़ी साइकिल निर्माता कंपनी बन गई। आपको जान कर हैरानी होगी कि, साल 1978 में एटलस साइकिल ने अपनी पहली रेसिंग साइकिल लांच कर दी थी। धीरे -धीरे कंपनी आगे बढ़ती गई।
इसके बाद साल 2005 में एटलस कंपनी ने विदेशी कंपनियों के साथ साझेदारी की। कई समय कंपनी को फायदा न के बराबर हो रहा था और एक एक करके कंपनी अपनी सभी फैक्ट्रिया बंद करती चली गई। वहीं, लॉकडाउन में आई आर्थिक समस्या के चलते 3 जून 2020 को कंपनी ने अपनी आखिरी फैक्ट्री भी बंद करने का फैसला ले लिया। बताते चलें, साहिबाबाद में स्थित एटलस की यह फैक्ट्री 1989 से चल रही थी।
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