जतिन दलाल ने 21 सितंबर को कंपनी छोड़ने का ऐलान किया, कंपनी ने 22 सितंबर को बताया जतिन के स्थान पर अपर्णा होंगी नई सीएफओ
दलाल ने विप्रो के सीईओ को अपना इस्तीफा भेजा। इस्तीफे में उन्होंने कहा वह अपने प्रोफेनल गोल्स विप्रो के बाहर जाकर पूरे करना चाहते हैं
बोर्ड के पूर्व सदस्य सुरेश सेनपति ने सीएफओ जतिन दलाल के अचानक पद छोड़ने पर गहरी निराशा जताई है
राज एक्सप्रेस। विप्रो के सीएफओ जतिन दलाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके स्थान पर अपर्णा अय्यर को नया सीएफओ बनाया गया है। जतिन दलाल ने 21 सितंबर को कंपनी छोड़ने का ऐलान किया था। उसके बाद कंपनी ने 22 सितंबर से घोषणा की कि जतिन दलाल के स्थान पर अपर्णा अय्यर नई सीएफओ होंगी। दलाल ने विप्रो के सीईओ को अपना इस्तीफा भेजा। अपने इस्तीफे में उन्होंने कहा कि वह अपने प्रोफेनल गोल्स विप्रो के बाहर जाकर पूरे करना चाहते हैं।
विप्रो में सीएफओ के तौर पर जतिन दलाल का आखिरी दिन 30 नवंबर 2023 होगा। अपर्णा अय्यर ने 22 सितंबर से ही अपनी नई जिम्मेदारी संभाल ली है। बोर्ड के पूर्व सदस्य सुरेश सेनपति ने सीएफओ जतिन दलाल के अचानक पद छोड़ने पर गहरी निराशा जताई है। उन्होंने विप्रो प्रबंधन से आग्रह किया है कि अलग-अलग क्षेत्र की प्रतिभाओं को कंपनी से जोड़े रखने के विशेष प्रयास किए जाने चाहिए।
सेनापति ने मीडिया से बातचीत में बताया कि जतिन दलाल जैसे प्रतिभाशाली व्यक्ति का कंपनी छोड़ना एक तकलीफदेह प्रक्रिया है। उनका विप्रो छोड़ना मेरे लिए भी तकलीफदेह परिस्थिति है। उनका कंपनी से जाना विप्रो का बड़ा नुकसान है। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतिभाएं ही कंपनी का आधार हैं। इन्हें किसी भी कीमत में बाहर नहीं जाने देना चाहिए। कंपनी को अपनी प्रतिभाओं को संभाल कर साथ जोड़े रखने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतिभाओं को साथ जोड़े रखना, कंपनी की ग्रोथ के लिए बहुत जरूरी है। यह बात गौर करने वाली है कि पिछले कुछ समय से कंपनी की ग्रोथ आईटी क्षेत्र की अन्य कंपनियों के मुकाबले काफी सुस्त रही है। उन्होंने कहा कि मैं नई सीएफओ अपर्णा अय्यर को बधाई देता हूं। वह बहुत प्रतिभाशाली हैं। वह सफल हों, उनकी सफलता के लिए मेरी शुभकामनाएं। उल्लेखनीय है कि पहली बार किसी टॅाप लीडर ने इस बारे में कुछ कहा है। a
उल्लेखनीय है कि सेनापति को अजीम प्रेमजी के सबसे भरोसेमंद लोगों में से एक माना जाता है। उल्लेखनीय है कि सेनापति ने खासकर थिएरी डेलापोर्टे के सीईओ बनने के बाद सीनियर मैनेजमेंट के सदस्यों के कंपनी छोड़ने और लगातार कमजोर पड़ते विकास के आंकडों को लेकर पहली बार कोई सार्वजनिक टिप्पणी की है। सेनापति विप्रो के सबसे सीनियर लोगों में से एक हैं। वह सन 1980 से ही इस आईटी कंपनी से जुड़े हैं।
उनकी गिनती विप्रो के प्रमोटर अजीम प्रेमजी के सबसे भरोसेमंद लोगों में होती है। वह अब भी कई स्तर पर विप्रो से जुड़े हुए हैं। वह 2013 से विप्रो इंटरप्राइजेज के बोर्ड के सदस्य हैं। वह 1995 से विप्रो हेल्थकेयर के बोर्ड में भी हैं। वह प्रेमजी इनवेस्ट में भी एडवायजरी भूमिका में हैं। प्रेमजी इनवेस्ट विप्रो की इनवेस्टमेंट कंपनी है। वह मार्च 2015 में अपने रिटायरमेंट तक विप्रो के बोर्ड के सदस्य और इसके सीएफओ रहे हैं।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।